सेठिया जी की कविता पंक्तियों में निहित भावों और विचारों को अडिग जी ने फलक पर सम्पूर्णता से विन्यसित किया है...उनके कलाकर्म और आपकी इस सोच के लिए कोटिश बधाई.
सेठिया जी की कविता पंक्तियों में निहित भावों और विचारों को अडिग जी ने फलक पर सम्पूर्णता से विन्यसित किया है...उनके कलाकर्म और आपकी इस सोच के लिए कोटिश बधाई.
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